पर्यावरण नीति

उद्देश्य:

बतौर राज्य स्वामित्व ऊर्जा उत्पादक एवं ऊर्जा वैल्यू चेन में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगिम लिमिटेड को इस तथ्य का अहसास है कि सतत व्यापार हेतु पर्यावरण का संरक्षण करना अति आवश्यक है।

पर्यावरण नीति के संदर्भ में, पर्यावरण की परिभाषा सभी डोमेन को सम्मिलित करता है जैसे – भौतिक, रासायनिक, जैविक एवं सामाजिक-आर्थिक पहलू।

इस नीति का उद्देश्य पर्यावरणीय अपेक्षाओं को पूर्ण करना एवं क्रियाशील दिशानिर्देश प्रदान करना है, क्योंकि यूपीआरवीयूएनएल उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने एवं निरंतर सुधार के लिए खुद को चुनौती देने का प्रयास करता है।

नीति वक्तव्य:

“पर्यावरणीय अनुपालन, प्रथाओं एवं कार्यवाहकता में प्रदर्शन के उच्चतम संभव स्तरों को पूरा करके स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना।”

उपयुक्तता:

यह नीति यूपीआरवीयूएनएल के सभी प्रतिष्ठानों में लागू होगी एवं प्रत्येक कर्मचारी को इस नीति के क्रियान्वयन में भागीदार बनना चाहिए।

सिद्धांत:

यह नीति निम्न सिद्धांतों पर आधारित है:

  • परियोजनाओं की योजना, डिजाइन एवं संचालन के चरण से ही पर्यावरणीय कारकों पर विचार करना ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संरक्षण एवं स्थायित्व के सिद्धांतों का पालन किया जा सकेगा।
  • बेहतरीन पर्यावरणीय प्रबंधन अभ्यासों एवं कला तकनीकों को अपना कर यूपीआरवीयूएनएल के व्यापार का पर्यावरण पर प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • सभी परिचालनों के लिए उत्तरदायित्व को स्वीकार करना एवं किसी भी विचलन का त्वरित रूप से प्रतिक्रिया देना।
  • हितधारकों के साथ पर्यावरणीय इंडीकेटरों का निरंतर अनुश्रवण एवं शेयरिंग, यूपीआरवीयूएनएल की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करता है कि वह पर्यावरणीय क्रियाओं में निरंतर सुधार कर रहा है।
  • अपनी प्रतिबद्धता की मांग करते हुए कर्मचारी की जागरूकता के स्तर में सुधार करके प्रत्येक कर्मचारी को पर्यावरणीय प्रबंधक के रूप में विकसित करना।

नीति:

  • यूपीआरवीयूएनएल निम्न लक्ष्यों की प्राप्ती करेगा:

प्रबंधन (STEWARDSHIP):

यूपीआरवीयूएनएल को:

  • एक सार्थक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है एवं निर्णय लेने की प्रक्रिया में पर्यावरणीय पहलुओं को प्रमुखता से सम्मिलित करना चाहिए।
  • आधुनिक पर्यावरणीय प्रबंधन तकनीकों एवं अभ्यासों को अपना कर, व्यावसायिक गतिविधियों के कारण पर्यावरणीय प्रभावों का पता लगाना एवं उनका प्रबंधन करना।
  • कानूनी प्रावधानों के संदर्भ में पर्यावरण संरक्षण उपकरण, कार्यक्रमों एवं कार्यों की गतिविधियों का आकलन करना एवं संबंधित क्रियाशील समूह हेतु एक्शन प्लान तैयार करना।
  • संसाधनों जैसे भूमि, जल, ईंधन निर्माण सामग्री, तेल एवं रसायनों आदि, (अनवीकरणीय संसाधनों का प्रमुख रूप से) के प्रभावी एवं बेहतर उपयोग को सुनिश्चित करना।
  • रिड्यूसिंग, री-यूजिंग, रीसाइक्लिंग, रीकवरिंग एवं सुरक्षित डिस्पोज़ल के माध्यम से स्पीरहेड अपशिष्ट प्रबंधन करना।
  • पर्यावरण के अनुकूल एवं ऊर्जा-कुशल क्रियाओं को अपनाना।
  • पर्यावरण संबंधी मुद्दों को नवीन तकनीकी समाधान प्रदान करना।
  • सर्वोत्तम प्रथाओं को स्थापित करने एवं अपनाने के लिए मानक स्थापित करना।
  • सतत विकास पहल के अंतर्गत जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं उपयोग के क्षेत्र में पर्यावरणीय रूप से उपयुक्त परियोजनाओं पर कार्य करना।
  • अनुबंधों एवं प्रोक्योरमेंट में उचित प्रावधानों को सम्मिलित करके ग्रीन प्रोक्योरमेंट के सिद्धांतों को अपनाना।
  • एश, पुनर्वास एवं पुनःस्थापना, सामुदायिक विकास- कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉंसिबिलीट हेतु प्रथक नीतियों को तैयार करना एवं अपनाना एवं सतत विकास करना।

अनुपालन और आश्वासन:

  • परमिट, अनबंधों एवं लाइसेंस के मानकों के तहत परिसंपत्तियों का संचालन एवं रखरखाव करके यूपीआरवीयूएनएल सभी प्रासंगिक पर्यावरणीय नियमों, मानकों एवं अभ्यासों के अन्य नियमों का पालन करने की प्रक्रिया को जारी रखेगा।
  • संबंधित समूह समीक्षा एवं मूल्यांकनों के माध्यम से ऑपरेटिंग स्टेशनों के अनुपालन का अनुश्रवण करेगा।
  • नए प्रतिष्ठानों एवं विस्तार की सभी स्वीकृतियों के साथ, किसी भी भविष्य की आवश्यकताओं के लिए जिम्मेदार होगा।

हितधारकों की भागीदारी:

यूपीआरवीयूएनएल सभी हितधारकों की पहचान करेगा एवं पर्यावरणीय मसलों और शमन उपायों पर विचारों पर संवाद करने के लिए उचित स्तर पर उनके साथ संलग्न होगा।

क्षमता वर्धन:

यूपीआरवीयूएनएल यह सुनिश्चित करेगा कि उसके सभी कर्मचारियों को पर्यावरण के बारे में जागरूक बनाया जाए, ताकि वे अपने सिद्धांतों एवं निर्णयों में उसका पालन कर सकें।